Investment Tips:बतौर निवेशक कई बार हमारे मन में यह ख्याल आता है कि कितना बढि़या हो अगर अलग-अलग तरह के म्यूचुअल फंड को चुनने की झंझट खत्म हो जाए और हमें एक ही तरह के म्यूचुअल फंड में एसेट का फायदा भी मिल जाए. सच तो यह है कि अब यह ख्याल मौजूदा हालात की जरूरत भी बन रहा है. अभी दुनिया के हालात जिस तरह के हैं, हर निवेशक को ऐसा ही विकल्प चाहिए जिसमें रिस्क के बावजूद जबरदस्त रिटर्न मिले.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के मुख्य निवेश अधिकारी (सीआईओ) एस नरेन का कहना है कि मौजूदा दौर में हर निवेशक महंगाई, ज्यादा ब्याज दर, कम लिक्विडिटी, हाई वोलाटिलिटी और भू-राजनीतिक चिंताओं (geo-political concerns) से जूझ रहा है. ऐसे में अपने निवेश को मल्टी एसेट अप्रोच तक ले जाना जरूरी हो गया है. किसी निवेशक के लिए इन सभी एसेट क्लास में पैसे लगाने का सबसे आसान तरीका मल्टी-एसेट फंड है जो एक सिंगल फंड में एक ही कैटेगरी के माध्यम से तीन या अधिक एसेट क्लास में निवेश करता है.
कैसे होता है मल्टी एसेट फंड का निवेश
जैसा कि इसके नाम से ही जाहिर है, यह फंड एक साथ ही डेट, इक्विटी, गोल्ड के अलावा अल्टरनेटिव ऑप्शन में भी पैसे लगाता है. यानी मुनाफा एक ही एसेट पर निर्भर नहीं करता. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड इक्विटी में 10-80%, डेट में 10-35%, गोल्ड में 10-35% और REITs व InvITs जैसे अल्टरनेट ऑप्शन में 0-10% तक निवेश करता है. विभिन्न एसेट क्लास में निवेश की इस रणनीति का उद्देश्य इक्विटी से पूंजी बढ़ाना, डेट से स्थिरता और अच्छा रिटर्न लाना, सोने से महंगाई का बचाव करना और REITs व InvITs से यील्ड में वृद्धि करना है.
किसने दिया सबसे ज्यादा रिटर्न
अगर बेंचमार्क के रिटर्न से तुलना की जाए तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के मल्टी एसेट फंड ने कहीं ज्यादा रिटर्न दिया है. बीते एक साल के रिटर्न को देखें तो इस क्लास के बेंचमार्क का रिटर्न सिर्फ 4.2 फीसदी रहा, जबकि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के मल्टी एसेट फंड ने 11.3 फीसदी का रिटर्न दिया. यह अन्य फंड हाउसों से भी 6.5% आगे है. इतना ही नहीं तीन और पांच साल के आधार पर भी इस फंड ने क्रमशः 20.5% और 12.4% का तगड़ा रिटर्न दिया है.
एसआईपी से बन जाता 2 करोड़ का फंड
वैल्यू रिसर्च के 31 जनवरी, 2023 तक के डाटा को देखें तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के मल्टी एसेट फंड की शुरुआत साल 2002 में हुई थी और तब से इसका एनएवी करीब 48 गुना बढ़ चुका है. अगर शुरुआत से ही किसी निवेशक ने इसमें 10 हजार की एसआईपी शुरू की होती तो अभी तक कुल निवेश 24.4 लाख रुपये का होता, लेकिन रिटर्न से यह फंड बढ़कर 1.9 करोड़ रुपये पहुंच जाता. खास बात ये है कि इस स्कीम ने 5 और 10 साल की अवधि में कभी भी निगेटिव रिटर्न नहीं दिया है, जिसका मतलब है कि इससे हुआ मुनाफा महंगाई दर से ज्यादा ही रहा है.
पोर्टफोलियो भी होता है स्ट्रांग
यह फंड रिटर्न ही नहीं पोर्टफोलियो को भी मजबूत बनाता है, क्योंकि इक्विटी में ही यह लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करता है. इसके अलावा यह स्कीम महंगाई को बीट करने के लिए ऑयल, गोल्ड, सिल्वर जैसी कमोडिटी में भी आपका पैसा लगाती है. अभी इस स्कीम ने इक्विटी में ज्यादा पैसे लगा रखे हैं, क्योंकि इकॉनमी में तेजी आ रही है. अगर आवंट देखा जाए तो इक्विटी में 66.8%, डेट में 29.3%, सोना में 3.1% और REITs व InvITs 0.8% निवेश है. पोर्टफोलियो में टॉप चार सेक्टर्स में बैंक, बिजली, ऑटो और सॉफ्टवेयर शामिल हैं.
किसने दिया एक साल में सबसे ज्यादा रिटर्न
तमाम फंड हाउस के मल्टी एसेट फंड का एक साल का रिटर्न देखें तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने 11.3 फीसदी, एचडीएफसी मल्टी असेट ने 4.9 फीसदी और निप्पोन इंडिया मल्टी असेट ने 4.8 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसके अलावा एसबीआई मल्टी असेट ने 4.2 फीसदी फीसदी, टाटा मल्टी असेट ने 4.2 फीसदी, यूटीआई मल्टी असेट से 3.0 फीसदी और एक्सिस ट्रिपल एडवांटेज से -6.2 फीसदी का रिटर्न मिला है.