PB Fintech Share Price: पैसाबाजार और पॉलिसीबाजार की पैरेंट कंपनी पीबी फिनटेक के शेयरों में आज कमजोर मार्केट सेंटिमेंट में भी खरीदारी का शानदार रुझान दिख रहा है। BSE Sensex आज आधे फीसदी के करीब फिसल गया है लेकिन पीबी फिनटेक के शेयर करीब 3 फीसदी उछल गए। दिसंबर 2022 तिमाही के शानदार नतीजे के चलते इसके शेयरों को लेकर सेंटिमेंट मजबूत दिख रहा है और मार्केट एनालिस्ट्स ने भी इसका टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इसका टारगेट प्राइस 550 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये (PB Fintech Target Price) पर फिक्स किया है जो मौजूदा भाव से 12 फीसदी अपसाइड है। फिलहाल इसके शेयर 2.46 फीसदी की तेजी के साथ 536.90 रुपये के भाव में मिल रहे हैं। इंट्रा-डे में बीएसई पर यह 545.25 रुपये के भाव तक पहुंच गया था।
PB Fintech का टारगेट क्यों बढ़ाया ब्रोकरेज ने
पीबी फिनटेक का अक्टूबर-दिसंबर 2022 में रेवेन्यू सालाना आधार पर 66 फीसदी बढ़कर 610 करोड़ रुपये पहुंच गया। वहीं समान अवधि में नेट लॉस भी गिरकर 298 करोड़ रुपये से 87 करोड़ रुपये पर आ गया। दिसंबर 2022 तिमाही में प्रीमियम की शानदार ग्रोथ, पैसाबाजार के मजबूत डिस्बर्समेंट्स, नए कारोबार में घाटे में गिरावट और फिक्स्ड कॉस्ट्स में स्थिरता के चलते कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा। अब ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का अनुमान है कि 9MFY23 (अप्रैल 2022 से दिसंबर 2022) में 8 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर इंश्योरेंस प्रीमियम इनकम वित्त वर्ष 2027 तक 32.1 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगी।
इसके अलावा ईबीआईटीडीए (एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान से पहले) समान अवधि में निगेटिव 140 करोड़ रुपये से सुधरकर पॉजिटिव 900 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। इसके चलते ब्रोकरेज ने इसकी खरीदारी को रेटिंग को बरकरार रखा है और टारगेट प्राइस 550 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया है। वहीं एक और ब्रोकरेज यूबीएस ने टारगेट प्राइस बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया है लेकिन इसकी रेटिंग न्यूट्रल है। यूबीएस ने वित्त वर्ष 2023 के रेवेन्यू के अनुमान में 4.2 फीसदी और वित्त वर्ष 2024 के लिए 4.7 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
51% रिकवर हो चुका है शेयर
पीबी फिनटेक के शेयर पिछले साल 11 फरवरी 2022 को 851.25 रुपये के भाव पर थे जो एक साल का रिकॉर्ड ऊंचा स्तर है। इसके बाद अगले 9 महीने में यह 58 फीसदी टूटकर 17 नवंबर 2022 को 356.20 रुपये के भाव पर आ गया। यह एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इसके लेवल से अब तक यह 51 फीसदी रिकवर हो चुका है लेकिन एक साल के हाई से यह 37 फीसदी डाउनसाइड है।