स्मॉलकैप शेयर:ट्रेडर्स के लिए अब 17900 का स्तर इमीडीएट ब्रेकआउट लेवल नजर आ रहा है। अगर निफ्टी ये लेवल पार कर लेता है तो फिर इसमें 18200 का स्तर देखने को मिल सकता है।
वहीं, Nifty50 इंडेक्स 17856.5 के स्तर पर सपाट बंद हुआ। ब्रॉडर मार्केट पर नजर डालें तो स्मॉल और मिडकैप इंडेक्स, बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करते दिखे। ये दोनों इंडेक्स 1.4 फीसदी और 2 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुए हैं।
कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान ने बीते हफ्ते की बाजार की चाल पर बात करते हुए कहा कि हफ्ते के दौरान-सेंसेक्स निफ्टी की चाल सपाट ही रही है। हालांकि बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में बढ़त देखने को मिली है। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो 10 फरवरी को बीते हफ्ते में BSE के मेटल और पावर इंडेक्स में भारी गिरावट देखने के मिली है जबकि BSE हेल्थ केयर, आईटी, कैपिटल गुड्स और रियल्टी इंडेक्स में बढ़त देखने को मिली है।
उन्होंने आगे कहा कि बीते हफ्ते भारतीय बाजार में FPI फ्लो निगेटिव रहा है। इसके अलावा अब तक आए निफ्टी 50 कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजे भी उम्मीद के मुताबिक ही रहे हैं। आरबीआई ने भी रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़त कर दी है। इसके साथ ही कोर महंगाई को लेकर अपनी चिंता जताई है। इस हफ्ते कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त देखने को मिली है। ब्रेंट क्रूड 86-87 डॉलर प्रति बैरल के आसपास दिख रहा है। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के नतीजों का मौसम लगभग समाप्ति के करीब होने के साथ ही अब बाजार की नजर घरेलू और ग्लोबल मैक्रो फैक्टर्स पर रहेगी।
अगल-अलग सेक्टर्स पर नजर डालें तो बीते हफ्ते BSE मेल इंडेक्स में 4.3 फीसदी की, पावर इंडेक्स में 3.3 फीसदी की, एनर्जी और एफएमसीजी इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट रही। वहीं, BSE रियल्टी ने 2.5 फीसदी, टेलीकॉम इंडेक्स ने 2 फीसदी और कैपिटल गुड्स इंडेक्स ने लगभग 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की।
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.4 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। 60 से ज्यादा स्मॉलकैप शेयरों में 10-64 प्रतिशत की बढ़त हुई, जिसमें बीएफ इन्वेस्टमेंट, डब्ल्यूपीआईएल, राधे डेवलपर्स (इंडिया), पेन्नार इंडस्ट्रीज, किर्लोस्कर ब्रदर्स, डी-लिंक इंडिया और राणे मद्रास जैसे शेयर शामिल हैं।
दूसरी तरफ पीसी ज्वैलर, टाइमेक्स ग्रुप इंडिया, जेटीईकेटी इंडिया, टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र), एवरेस्ट कांटो सिलेंडर, फेयरकेम ऑर्गेनिक्स, वाडीलाल इंडस्ट्रीज, फेरमेंटा बायोटेक, मोल्ड-टेक पैकेजिंग, गोल्डियम इंटरनेशनल, सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स, बारबेक्यू नेशन हॉस्पिटैलिटी, मनाली पेट्रोकेमिकल्स, मंगलम इंडस्ट्रियल फाइनेंस और आंध्र पेट्रो जैसे शेयरों में 10-22 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि टेक्निकल नजरिए से देखें तो पिछले हफ्ते निफ्टी 17650 के करीब सपोर्ट लेता दिखा। यहां से इसने ऊपर की तरफ का रुख किया। लेकिन ये 17900 के ऊपर बंद होने में कामयाब नहीं रहा। ये लेवल निफ्टी के लिए अब बड़ा रेजिस्टेंस बन गया है। निफ्टी इस समय 20-day SMA के करीब कंसोलीडेट हो रहा है। इसके अलावा इसने वीकली चार्ट पर इनसाइड बॉडी कैंडल भी बना लिया है।
ट्रेडर्स के लिए अब 17900 का स्तर इमीडीएट ब्रेकआउट लेवल नजर आ रहा है। अगर निफ्टी ये लेवल पार कर लेता है तो फिर इसमें 18200 का स्तर देखने को मिल सकता है। वहीं, अगर निफ्टी 17750 के नीचे फिसलता है तो फिर इसमें और गिरावट आ सकती है। फिर निफ्टी में नीचे की तरफ 17650-17500 का लेवल भी मुमकिन है।
शेयरखान के जतिन गेडिया का कहना है कि पिछले कुछ कारोबारी दिनों से निफ्टी डेली चार्ट पर 17740–17920 के रेंज में कंसोलीडेट हो रहा है। अब ऊपर की तरफ निफ्टी को 17870 –17960 की रेंज में प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, नीचे की तरफ इसके लिए 17800–17744 की रेंज में सपोर्ट दिख रहा है। ऊपर बताए गए रेंज के किसी भी तरफ ब्रेकआउट आने से निफ्टी की दिशा साफ होगी। फिलहाल अभी की स्थितियों को देख कर लगता है कि ये रेंज ऊपर की तरफ ही टूटेगा और शॉर्ट टर्म में निफ्टी 18100 की तरफ जाता दिखेगा।